Breaking News
लोक उत्सव के रूप में मनाई जाएगी नंदा राजजात यात्रा
‘धुआं-गंध से जीना मुश्किल’, MPCC कंपनी पर ग्रामीणों के गंभीर आरोप, बोले- जानलेवा है प्लांट, नहीं रुका तो करेंगे बड़ा आंदोलन
आईपीएल 2025- चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मुकाबला आज 
घरेलू उपभोक्ताओं पर अब 25 से 45 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ेगा भार
पूर्व सीएम 15 अप्रैल को मुखबा से गंगा सम्मान यात्रा का करेंगे शुभारंभ 
अजय देवगन की फिल्म ‘रेड 2’ का स्पेशल सॉन्ग ‘नशा’ हुआ रिलीज, तमन्ना भाटिया ने जबर्दस्त डांस मूव्स से जीता फैंस का दिल
धामी सरकार ने शराब की नई दुकानें खोलने पर लगाई रोक, जिलाधिकारियों को दिए निर्देश 
क्या आप भी हैं पीठ के दर्द से परेशान, तो इन योगासनों का करें अभ्यास, मिलेगी राहत 
सरकार ने बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी लाकर राष्ट्रीय औसत को भी पीछे छोड़ने का किया काम – सीएम धामी

पीएम मोदी के ‘विकसित भारत’ मैसेज पर चुनाव आयोग सख्त, IT मंत्रालय को तुरंत रोक लगाने का आदेश

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को व्हाट्सएप पर ‘विकसित भारत’ संदेशों की डिलीवरी तुरंत रोकने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही मामले पर तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है। दरअसल, आयोग को कई शिकायतें मिली थीं कि आम चुनाव 2024 की घोषणा और MCC के लागू होने के बावजूद नागरिकों के फोन पर ऐसे संदेश अभी भी भेजे जा रहे हैं। इसके जवाब में आईटी मंत्रालय ने आयोग को बताया कि ये मैसेज आदर्श आचार (MCC) लागू होने से पहले भेजे गए थे। नेटवर्क कमजोर होने के कारण देरी से पहुंचे हैं।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने चुनाव आयोग को दिए जवाब में कहा है कि यद्यपि ये मैसेज आचार संहिता लागू होने से पहले भेजे गए थे, उनमें से कुछ को प्रणालीगत और नेटवर्क सीमाओं के कारण संभवतः देरी से यूजर्स तक पहुंचे हैं। आपको बता दें कि विकसित भारत संपर्क के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों के लिए लिखा लेटर वॉट्सऐप पर भेजा जा रहा है। साथ ही विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिक्रिया और सुझाव मांगे जा रहे हैं।

MeitY को भेजे लेटर में चुनाव आयोग ने कहा है कि भले ही ये लेटर आचार संहित के प्रभावी होने से पहले भेजे गए हैं लेकिन, अभी भी लोगों को ये मैसेज मिलने की शिकायतें आ रही हैं। वॉट्सऐप पर विकसित भारत से जुड़े मैसेज भेजने पर कांग्रेस और टीएमसी जैसी पार्टियों ने आपत्ति जताई थी। दोनों ही पार्टियों ने इसे आचार संहिता का सख्त उल्लंघन बताया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top