हरिशंकर व्यास लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के इतना कुछ करने के बावजूद बिहार में अब भी उम्मीद है। जमीनी हालात एनडीए के अनुकूल नहीं दिख रहे हैं। नरेंद्र मोदी की लहर या अयोध्या की राम लहर का ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। यही कारण है कि मतदाता किसी लहर से प्रभावित होकर या […]
मध्यम अवधि की आर्थिक नीति
रिजर्व बैंक की 90 वर्षों की निरंतर मजबूती की गाथा
रफ्तार के नए सौदागर मयंक यादव
विपक्षी इंडिया गठबंधन की रामलीला मैदान में रैली की सफलता
सूचना का अधिकार- पारदर्शिता की व्यापक पहचान पर ध्यान दें
विकास और प्रतिष्ठा के आधार पर मतदान की संभावना
डा. रवीन्द्र अरजरिया चुनावी काल की राजनैतिक सरगर्मियों के मध्य विदेशी ताकतों के व्दारा देश की आन्तरिक व्यवस्था पर टिप्पणियों का दौर प्रारम्भ हो गया है। दुनिया की व्यवस्था की स्वयंभू ठेकेदारी सम्हालने वाले भारत के स्वरूप को अपने ढंग से नियंत्रित करने का प्रयास करने लगे हैं। स्वाधीनता के बाद की इण्डिया का भारत […]
दिल्ली में क्या होगा उप राज्यपाल का अगला कदम
भारत में रोजगार के अवसर
मुद्दा- महिलाओं में जागरूकता
कमलेश जैन पिछले 30-35 वर्षो में जैसे-जैसे स्त्रियों में जागरूकता आई है, नये कानूनों के प्रति वैसे-वैसे उनके अंदर सदियों से दबे-कुचले होने, दोयम दर्जे की नागरिक होने का अहसास गहराया है। पहले वे इसे अपनी नियति मानती थीं, पर अब अधिकार। यह अधिकार खासकर शहरी, शिक्षित स्त्रियों ने समझा है। वे इस अधिकार को […]